GETTING MY APSARA SADHNA TO WORK

Getting My apsara sadhna To Work

Getting My apsara sadhna To Work

Blog Article

Anita sought Apsara Sadhana to further improve her romantic existence. Immediately after a number of classes guided by Astrologer Ayush Rudhra Ji, she identified a newfound self esteem and attraction. “I in no way believed I could appeal to the best husband or wife. Now, I truly feel empowered and open up to like,” she shares.

साधना काल में मल-मूत्र विसर्जन की विवशता होने पर पूनः हाथ-पैर और मुख धोकर आरंभ करें।

स्त्रियों को मासिक धर्म के कारण ३ दिन की छूट मिलती है।

मंत्र जप करते समय माला को गोमुखी में रखें।

लेकिन यह ध्यान रखना चाहिए कि अप्सराएं भी देवीयों के रूप में हैं और उन्हें साधकों के उत्थान और मनोवैभव की दिशा में ही प्राप्त किया जा सकता है। उन्हें केवल संतोष, समृद्धि और आत्मिक उत्थान के लिए प्रार्थना का सहारा बनाना चाहिए।

शास्त्रों में पवित्र नदियों के किनारे, पर्वतों, जंगलों, तीर्थ स्थलों, गुफाओं आदि को प्राथमिकता दी गई है। इन स्थलों पर मन स्वतः ही एकाग्र होने लगता है।

साधना के दौरान दिशा का ध्यान रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

शिव-उपासना में रुद्राक्ष की माला और यंत्र का प्रयोग करें।

सम्मान और सामर्थ्य: अप्सरा साधना साधक को सम्मान और सामर्थ्य की भावना प्रदान करती है। यह साधना उसे अपनी शक्तियों और सामर्थ्य को website समझने में मदद करती है और उसे सम्मानजनक जीवन जीने की सामर्थ्य प्रदान करती है।

अप्सरा साधना के बारे में जानकारी प्रदान करते समय, कृपया ध्यान दें कि यह एक आध्यात्मिक विषय है और इसे सावधानीपूर्वक और नियमितता के साथ ही किया जाना चाहिए। अप्सरा साधना या किसी भी आध्यात्मिक प्रयास को शुरू करने से पहले, सम्पूर्ण जानकारी, शिक्षा, और संशोधित गुरु के मार्गदर्शन में ही कार्रवाई की जानी चाहिए। यह आपकी स्वास्थ्य, मानसिक स्थिति, और आध्यात्मिक विकास पर गहरा प्रभाव डाल सकता है। आध्यात्मिक साधना और प्रयास में सफलता प्राप्त करने के लिए, आध्यात्मिक प्रक्रिया के प्रति समर्पितता और ध्यान केंद्रित करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

जाने अप्सरा प्रत्यक्षीकरण साधना कैसे करें ?

शुद्ध और निष्काम भावना: साधक को शुद्ध और निष्काम भावना से साधना करनी चाहिए। उसे किसी भी प्रकार की भ्रष्टाचार या लोभनीयता से दूर रहना चाहिए।

आनंद और भोग: अप्सरा साधना साधक को आनंद और भोग का अनुभव कराती है। यह साधना उसे जीवन की सुख सम्पत्ति के साथ-साथ आत्मा की ऊर्जा और आनंद की अद्वितीयता का अनुभव कराती है।

अप्सरा साधना एक प्राचीन आध्यात्मिक प्रक्रिया है जिसमें साधक अप्सरा देवियों के संग एकाग्रता और आध्यात्मिक सिद्धि की प्राप्ति के लिए प्रयत्नशील होता है। इस साधना में साधकों को अप्सरा देवियों के माध्यम से सुंदरता, भोग, विवेक, और आनंद के साथ-साथ आत्मविकास और आध्यात्मिक उत्थान की साधना की जाती है। यह साधना आत्मज्ञान, आत्म-विकास, और आत्म-संयम में सहायक होती है और साधक को आत्मिक शक्तियों का अनुभव कराती है।

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